Thursday 4 April 2013

मनन ....
शून्यता .......[ Break even point ]....एक भाव है जो कि जीवन के थपेड़े खा कर ही जीवन में उतरता है ......जब हम आस-पास का माहोल ....इंसान .....परिस्थितियों ......से मुखर हो ......कुछ अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए निर्णय लेने लगें ......स्वयं अपने लिए .....सुधार के अनुकूल सोचने भी लगें , यह बहुत ही जरूरी है ......[मेरी कोशिश शरू हो गयी .....]....
जब जीवन में " शून्यता " का एहसास होने लगे ....तो समझिये कि ..... ये हम अब पूर्णता की ओर अग्रसर होने लगे हैं या होंगे ....
बस यूँ ही एक विचार .......
..........प्रार्थना .......

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