मनन
" ईश्वरीय - संचार ".....यह एक गतिशील प्रक्रिया है, जो एकाकार होने के साथ-साथ , आपको और आपके जीवन को चलायमान करती और प्रक्रिया में आपको समायोजित कर देती है......यह एक इंसानी ..... मनः स्थिति भी है......जो समर्पण , श्रद्धा , विश्वास और अच्छी सोच-विचार को, जीवन में अग्रणी रख कर खुद को पथिक की भाँति जीवन यापन करता है .......
.........प्रार्थना .........
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